दोस्तो आज के यह लेख को माइन आपके लिए परावर्तन और अपवर्तन (Reflection and Refraction) से संबंधित सभी जानकारी को समाहित करके लाया हूं। इसके अंदर प्रकाश का परावर्तन और अपवर्तन (Reflection and Refraction) को हिंदी में बताने कि कोशिश में कि है। इनके नियम को भी शामिल किया है। paravartan apvartan Reflection and Refraction in Hindi
परावर्तन का सबसे बड़ा उदाहरण हम "दर्पण में हम अपना जो प्रतिबिम्ब देखते हैं वह परावर्तन के कारण ही बना होता है।"
कुछ अन्य उदाहरण
प्रकाश, जल की तरंगों, ध्वनि और अन्य विद्युत की चुम्बकीय तरंगों का परावर्तन।
ऊपर के चित्र में प्रकाश किरण किसी दर्पण की सतह से टकराकर परावर्तित होकर जा रही है जो की बहुत ही अच्छा परावर्तन का उदाहरण आपको चित्र के माध्यम से दिखने कि कोशिश की हैं
चालक, कुचालक और अर्द्धचालक
ससंजन और आसंजन क्या है
धातु किसे कहते हैं
2. आपतन कोण और परावर्तन कोण दोनों बराबर होते है।
हम जानते है कि प्रकाश की किरणें एक सीधी रेखा में चलती हैं । जब एक अपारदर्शी वस्तु प्रकाश की किरणों के रास्ते में आ जाती है तो यह छाया बनाती है। प्रकाश की किरणों के द्वारा छाया बनाने की प्रक्रिया हमें यह बतलाता है कि प्रकाश सीधी रेखा में गमन (चलती) करती है। paravartan apvartan Reflection and Refraction in Hindi
जब प्रकाश की किरणें किसी वस्तु से परावर्तित होकर हमारी आँखों पर पड़ती है, तो हम उस वस्तु को देखने पाने में सक्षम हो पाते हैं । हम अंधेरे में रखी वस्तुओं को नहीं देख पाते हैं क्योंकि अंधेरे के कारण कोई भी प्रकाश की किरण उक्त वस्तु से परावर्तित होकर हमारी आंखों पर नहीं पड़ती है।
एक उच्च कोटि का पॉलिश किया हुआ चमकीला वस्तु उसपर पड़ने वाली प्रकाश की अधिकतम किरणों को परावर्तित कर देता है। जैसे कि दर्पण(Mirror), जिसकी सतह एक चमकीले पदार्थ से पॉलिश की रहती है जो उस सतह पर पड़ने वाली प्रकाश की अधिकतम किरणों को परावर्तित कर देती है।
प्रकाश जब एक माध्यम से दूसरे माध्यम में तिरछा होकर जाता है, तो दूसरे माध्यम से इसके संचरण की दिशा परिवर्तित हो जाती है, इसे ही अपवर्तन कहते हैं ।
नीचे एक चित्र में हमने परावर्तन और अपवर्तन को एक ही साथ दोनों ही स्थिति को चित्र में समझने कि कोशिश की है। इसमें को जो ऊपर की ओर परावर्तित होकर जा रही है वह परावर्तन की स्थिति है और जो प्रकाश किरण नीचे की ओर झुक रही है वह अपवर्तन को प्रदर्शित कर रही है।
ससंजन और आसंजन क्या है
चालक, कुचालक और अर्द्धचालक
धातु किसे कहते हैं
परावर्तन(Reflection) in Hindi
जब कोई प्रकाश किरण जब किसी एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करती है तो परावर्तक पृष्ठ से टकराकर वापस उसी माध्यम में लौट जाती है। तो इस प्रकार की घटना को हम प्रकाश का परावर्तन कहते है।परावर्तन का सबसे बड़ा उदाहरण हम "दर्पण में हम अपना जो प्रतिबिम्ब देखते हैं वह परावर्तन के कारण ही बना होता है।"
कुछ अन्य उदाहरण
प्रकाश, जल की तरंगों, ध्वनि और अन्य विद्युत की चुम्बकीय तरंगों का परावर्तन।
ऊपर के चित्र में प्रकाश किरण किसी दर्पण की सतह से टकराकर परावर्तित होकर जा रही है जो की बहुत ही अच्छा परावर्तन का उदाहरण आपको चित्र के माध्यम से दिखने कि कोशिश की हैं
{**यह भी पढ़ें**}
गुरुतवाकर्षण बलचालक, कुचालक और अर्द्धचालक
ससंजन और आसंजन क्या है
धातु किसे कहते हैं
धातु के रासायनिक और भौतिक गुण
प्रोटीन क्या है इसकी परिभाषा
वसा किसे कहते हैं इसके प्रमुख प्रकार
कार्बोहाइड्रेट क्या है इसके प्रकार
परासरण दाब किसे कहते हैं
प्रोटीन क्या है इसकी परिभाषा
वसा किसे कहते हैं इसके प्रमुख प्रकार
कार्बोहाइड्रेट क्या है इसके प्रकार
परासरण दाब किसे कहते हैं
परावर्तन के नियम
1. आपतित किरण,परावर्तित किरण,अभिलंब तीनों एक ही तल में होते हैं।2. आपतन कोण और परावर्तन कोण दोनों बराबर होते है।
हम जानते है कि प्रकाश की किरणें एक सीधी रेखा में चलती हैं । जब एक अपारदर्शी वस्तु प्रकाश की किरणों के रास्ते में आ जाती है तो यह छाया बनाती है। प्रकाश की किरणों के द्वारा छाया बनाने की प्रक्रिया हमें यह बतलाता है कि प्रकाश सीधी रेखा में गमन (चलती) करती है। paravartan apvartan Reflection and Refraction in Hindi
जब प्रकाश की किरणें किसी वस्तु से परावर्तित होकर हमारी आँखों पर पड़ती है, तो हम उस वस्तु को देखने पाने में सक्षम हो पाते हैं । हम अंधेरे में रखी वस्तुओं को नहीं देख पाते हैं क्योंकि अंधेरे के कारण कोई भी प्रकाश की किरण उक्त वस्तु से परावर्तित होकर हमारी आंखों पर नहीं पड़ती है।
प्रकाश का परावर्तन(Reflection of Light)
प्रकाश की किरणों का किसी वस्तु से टकराकर लौटना ही प्रकाश की किरणों का परावर्तन या इसे ही प्रकाश का परावर्तन(reflection of light) कहते हैं।एक उच्च कोटि का पॉलिश किया हुआ चमकीला वस्तु उसपर पड़ने वाली प्रकाश की अधिकतम किरणों को परावर्तित कर देता है। जैसे कि दर्पण(Mirror), जिसकी सतह एक चमकीले पदार्थ से पॉलिश की रहती है जो उस सतह पर पड़ने वाली प्रकाश की अधिकतम किरणों को परावर्तित कर देती है।
अपवर्तन(Refraction) in Hindi
एक माध्यम से दूसरे माध्यम में पहुँचने तरंग की गति की दिशा में परिवर्तन हो जाता हैं, जिसे अपवर्तन(Refraction) कहते हैं।प्रकाश जब एक माध्यम से दूसरे माध्यम में तिरछा होकर जाता है, तो दूसरे माध्यम से इसके संचरण की दिशा परिवर्तित हो जाती है, इसे ही अपवर्तन कहते हैं ।
नीचे एक चित्र में हमने परावर्तन और अपवर्तन को एक ही साथ दोनों ही स्थिति को चित्र में समझने कि कोशिश की है। इसमें को जो ऊपर की ओर परावर्तित होकर जा रही है वह परावर्तन की स्थिति है और जो प्रकाश किरण नीचे की ओर झुक रही है वह अपवर्तन को प्रदर्शित कर रही है।
प्रकाश का अपवर्तन
जब प्रकाश किरणें एक समांगी माध्यम से दूसरे समांगी माध्यम में प्रवेश करनेे पर अपने मार्ग से विचलित होकर गमन करने लगती हैं, प्रकाश का अपवर्तन कहलाती हैं।
{**यह भी पढ़ें**}
गुरुतवाकर्षण बलससंजन और आसंजन क्या है
चालक, कुचालक और अर्द्धचालक
धातु किसे कहते हैं
धातु के रासायनिक और भौतिक गुण
प्रोटीन क्या है इसकी परिभाषा
वसा किसे कहते हैं इसके प्रमुख प्रकार
कार्बोहाइड्रेट क्या है इसके प्रकार
परासरण दाब किसे कहते हैं
आज का यह लेख आपको कैसा लगा आपको इससे संबंधित और भी बहुत कुछ जानकारी आपके पास है हो हमें अवश्य नीचे कमेंट करके बताएं। और हमरे अन्य लेख आपको नीचे मिलेगा उन्हें भी अवश्य देखे।प्रोटीन क्या है इसकी परिभाषा
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