सर्वनाम किसे कहते हैं भेद व प्रकार
आज का यह लेख मुख्य रूप से हिन्दी व्याकरण के एक मुख्य पाठ सर्वनाम का है। और इसमें मैं बताऊंगा कि यह क्या है किसे कहते हैं। इसके प्रकार को भी हिंदी कि भाषा में सर्वनाम के इस लेख में शामिल किया है।
दोस्तो आपको सर्वनाम के बारे में हम पहले ही आपको बता दे की संज्ञा के बाद में यदि कोई हिंदी व्याकरण का महत्वपूर्ण एक अच्छा और विशेष टॉपिक कोई है तो वो सर्व-नाम को माना जाता है और जो भी व्यक्ति इसके बारे में इंटरनेट पर जानकारी के लिए खोजते है वो हमेशा ही सर्वनाम किसे कहते हैं? क्या है? इसके भेद व प्रकार आदि लिखकर ही सर्च करते है चलो आप इसके बारे में लेख को प्रारंभ करते है.
सर्वनाम किसे कहते हैं?
जिन शब्दों का इस्तेमाल संज्ञा शब्द के स्थान पर प्रयुक्त होता है। उन शब्दों को सर्वनाम कहते हैं।
" सर्वनाम के बारे में बता दे कि सर्वनाम वे होते है जिन शब्दों का इस्तेमाल संज्ञा वाले शब्द के स्थान पर प्रयुक्त होता है। उन शब्दों को सर्वनाम कहा जाता है या कहते हैं।"
या
सरल रूप में देखे तो
"संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं।"
जैसे कि:—मैं, हम, तुम, तू, वह, यह आदि सर्व-नाम है।
सर्वनाम किसे कहते हैं |
परिभाषा
कामताप्रसाद गुरू के अनुसार - सर्वनाम उस विकारी शब्द को कहते हैं जो पूर्वापर संबंध से किसी भी संज्ञा के बदले में आता है, जैसे, मैं (बोलनेवाला), तू (सुननेवाला), यह (निकट-वर्ती वस्तु), वह (दूरवर्ती वस्तु) इत्यादि। sarvanam kise kehte hain in hindi
वाक्य में जिस शब्द का प्रयोग संज्ञा के बदले में होता है, उसे सर्वनाम कहते हैं।
सर्वनाम शब्द का अर्थ है- सब का नाम।
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संज्ञा जहाँ केवल उसी नाम का बोध कराती है, जिसका वह नाम है, वहाँ सर्वनाम से केवल एक के ही नाम का नहीं, सबके नाम का बोध होता है।
जैसे कि रेखा कहने से केवल इस नाम लड़की का बोध होगा किन्तु यदि मीरा, सीमा, राहुल, विजय सभी अपने लिए मैं का प्रयोग करते हैं तो मैं इन सबका नाम होगा।
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हिंदी व्याकरण (hindi Grammar)
इसी तरह बोलनेवाले अनेक नामों के बदले तुम या आप और सुननेवाले अनेक नामों के बदले वह या वे का प्रयोग होता है। जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग व्यक्तिवाचक संज्ञा के स्थान पर किया जाता है उन्हें पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं ।
जैसे - मैं, तुम, हम, आप, वे
हिंदी के मूल सर्वनाम 11 हैं, जैसे- मैं, तू, आप, यह, वह, जो, सो, कौन, क्या, कोई, कुछ।
सर्वनाम के भेद / प्रकार
प्रयोग की अनुसार सर्वनाम के 6 प्रकार हैं- पुरूषवाचक :- मैं, तू, वह, हम, मैंने
- निजवाचक :- आप
- निश्चयवाचक :- यह, वह
- अनिश्चयवाचक :- कोई, कुछ
- संबंधवाचक :- जो, सो
- प्रश्नवाचक :- कौन, क्या
सर्वनाम के सभी भेद/प्रकार विस्तार से
पुरुषवाचक सर्वनाम
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता द्वारा अपने लिए या दुसरो के लिए किया जाता है उस सर्वनाम की पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।जैसे:- मैं, हम ( वक्ता द्वारा अपने लिए ), तुम तथा आप ( सुनने वाले के लिए ) और यह, वह, ये, वे (किसी और या तीसरे के बारे में बात करने के लिए) आदि
पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण नीचे हैं:-
मैं क्रिकेट खेलना चाहता हूँ।
मैं जाना चाहता हूँ।
आप कहते हैं तो वह अच्छा होगा।
तुम जब तक आये तब तक वह चली गई।
आजकल आप क्या करते हो।
वह पड़ाई में आगे है।
पुरुषवाचक सर्वनाम के भी तीन भेद होते हैं
- उत्तमपुरुष
- मध्यम पुरुष
- अन्य पुरुष
जैसे कि:- मैं क्रिकेट खेलता हूँ।
मध्यम पुरुष- जिन शब्दों का प्रयोग सुनने वाले के लिए किया जाता है। उन्हें मध्यम पुरुष सर्वनाम कहते हैं। इसमें तू, तुझे, तुझको, तेरा, तेरे, तेरी, तुम, तुम्हे, तुमको, तुम्हारा, तुम्हारे, तुम्हारी, आप आदि आते हैं।
जैसे कि:- तुम बहुत सुंदर हो।
अन्य पुरुष- जिन शब्दों का प्रयोग किसी तीसरे व्यक्ति के बारे में बात करने के लिए होता है।उन्हें अन्य पुरुष सर्वनाम कहते हैं। इनमे यह, वह, ये, वे आदि आते हैं।
निजवाचक सर्वनाम
निजवाचक सर्वनाम के शब्दों का प्रयोग वक्ता किसी चीज़ को अपने साथ दर्शाने या फिर अपनी बताने के लिए करता है, उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।निजवाचक सर्वनाम के उदाहरण नीचे है:-
मैं अपनी पुस्तक को स्वयं ही खरीद लूँगा।
मैं सायकिल अपने आप ही सीख लूँगा।
मैं आप वहीं से आया हूँ।
ऊपर बताए गए वाक्यों में वक्ता ने अपने स्वयं के लिए स्वयं और अपने आप शब्दों का प्रयोग कामों को खुद से जोड़ने के लिए किया।
जहाँ "आप" शब्द का प्रयोग श्रोता के लिए हो वहाँ यह आदर-सूचक मध्यम पुरुष होता है और जहाँ "आप" शब्द का प्रयोग अपने खुद के लिए हो वहाँ निजवाचक होता है।
निश्चयवाचक सर्वनाम
जिन सर्वनाम शब्दों से किसी वस्तु, व्यक्ति या स्थान की निश्चितता का बोध होता है। उन शब्दों की निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।जैसे कि - यह, वह आदि।
निश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण नीचे हैं:-
1)यह पुस्तक मेरी है।
2 )वहकार उनकी है।
3)वे दोस्त हैं।
4)यह मेरी क़िताब है वह तुम्हारी है।
5)यह एक राज्य है।
ऊपर बताए गए वाक्यों में यह, वह, ये, वे आदि का उपयोग वस्तु, व्यक्ति आदि की निश्चितता का बोध कराने के लिए किया गया है। इसलिए ये शब्द निश्चयवाचक सर्वनाम है।2 )वहकार उनकी है।
3)वे दोस्त हैं।
4)यह मेरी क़िताब है वह तुम्हारी है।
5)यह एक राज्य है।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम
जिन सर्वनाम शब्दों से वस्तु, व्यक्ति, स्थान आदि की निश्चितता का बोध नही होता है वहां अनिश्चयवाचक सर्वनाम होता हैं।जैसे कि कुछ, कोई आदि।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण नीचे हैं:-
1)मुझे कुछ खाना है।
2)मेरे गाने में कुछ कमी है।
3)मुझे बाज़ार से कुछ लाना है।
4)कोई यहां से गया।
5)मुझे कोई नहीं देखता।
ऊपर बताए गए सभी वाक्यों में वक्ता सिर्फ अंदाजा लगा रहा है। लेकिन हमे व्यक्ति की निश्चितता का कोई बोध नहीं हो रहा है। इसलिए कुछ, कोई आदि शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम शब्द हैं।
प्रश्नवाचक सर्वनाम
जिन शब्दों का प्रयोग किसी वस्तु, व्यक्ति आदि के बारे में कोई सवाल पूछने या फिर उसके बारे में जानने के लिए किया जाता है उस सर्वनाम शब्दों को प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं।जैसे कि :- कौन, क्या, कब, कहाँ आदि।
प्रश्नवाचक सर्वनाम के उदाहरण नीचे हैं:-
1 )तुमकौन हो ?
2)तुम्हें क्या चाहिए ?
3)देखो तो कोई आ रहा क्या?
4)आपने क्या देखा है?
ऊपर दिए वाक्यों में "कौन" तथा "क्या" शब्दों का प्रयोग करके किसी व्यक्ति या उस व्यक्ति के बारे में जानने की कोशिश की जा रही है। इसलिए यहां प्रश्नवाचक सर्वनाम हैं।
सम्बन्धवाचक सर्वनाम
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग किसी वस्तु या किसी व्यक्ति का सम्बन्ध बताने के लिए किया जा रहा हो। उस सर्वनाम को सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहते हैं।जैसे कि जो-सो, जैसा-वैसा आदि।
सम्बन्धवाचक सर्वनाम के उदाहरण नीचे है:-
1)जो सोवेगा सो खोवेगा।
2)जो जागेगा सो पावेगा।
3 )जैसाबोओगे वैसा काटोगे।
4)जैसी करनी वैसी भरनी।
ऊपर बताए गए वाक्यों में "जो-सो" व "जैसे-वैसे" शब्दों का प्रयोग करके किसी वस्तु या किसी व्यक्ति में सम्बन्ध बताया जा रहा है। इसलिए यह सम्बन्धवाचक सर्वनाम शब्द है।
समय-समय पर इस लेख को अपडेट किया जाएगा और और भी ज्यादा सर्वनाम शब्द के उदाहरणों को इसमें जोड़ दिए जाएंगे।