Biology questions । Top gk 2020 प्रश्न । part 2 । In Hindi । जीव विज्ञान समान्य ज्ञान प्रश्न । जीव विज्ञान के टॉप प्रश्न । जीव विज्ञान संबंधित प्रश्न
इस लेख में मैंने आपके लिए जीव विज्ञान से संबन्धित सामान्य ज्ञान Biology GK questions Top gk 2020 प्रश्न part 2 In Hindi में जो कि जीव विज्ञान प्रश्न के सभी जानकारी, जीव विज्ञान के प्रमुख प्रश्न इसमें लिए गए हैं।
यदि आप किसी भी compition एग्जाम की तैयारी जैसे PSC, MPPSC, SSC, MP POLICE, VYAPAM, Railway, Patwari, Upsc का अध्ययन कर रहे हैं तो ये सभी प्रश्न आपके लिए बहुत मददगार साबित होंगे ।
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जीव विज्ञान के प्रश्न - जीव विज्ञान संबंधित प्रश्न । Biology questions Top gk 2020 part 2 In Hindi
101) ऑक्टोपस एक मृदुकवची (मोल्यूज) हैं।
102) इफेड्रिन एक औषधि हैं जिसका उपयोग अस्थमा रोग में होता हैं इसे जिम्नोस्पर्म से निकाला जाता हैं।
103) चावल की फसल के लिए नीलहरित शैवाल अच्छे जैव उर्वरक का कार्य करता हैं।
104) रेशम का कीडा अपने जीवन चक्र के कोशित चरण में वाणिज्यिक तन्तु पैदा करता हैं।
105) सर्वप्रथम हार्वे ने रक्त परिसंचरण का सिद्धान्त प्रतिपादित किया था उसके बाद डार्विन का विकास सिद्धान्त प्रतिपादित हुआ था उसके बाद मेंडल का वंशागति का नियम प्रतिपादित हुआ था एवं तत्पश्चात डी ब्रीज का उत्परिवर्तन का सिद्धान्त प्रतिपादित हुआ।
106) एक वयस्क मनुष्य के प्रत्येक जबडे में 16 दाँत पाये जाते हैं। प्रत्येक जबड़े मे दाँतों का विन्यास :- एक कैनाइन, दो प्रीमोलर, दो इन्सीजर एवं तीन मोलर होता हैं।
107) डार्विन का सिद्धान्त ‘आरिजिन ऑफ स्पीशीज‘ की व्याख्या का सही अनुक्रम अतिउत्पादन :- विभिन्नताऐं:- अस्तित्व के लिए संघर्ष :- योग्यतम की उत्तरजीविता हैं।
108) सूक्ष्म एवं बड़े दोनो प्रकार के जीवों मे होने वाली प्रक्रिया अवायुवीय श्वसन कहलाती हैं, केवल सूक्ष्म जीवों मे होने वाली क्रिया किण्वन कहलाती हैं।
109) पत्तियों की निचली सतह स्थित रन्ध्रों द्वारा पौधो में सम्पन्न होने वाली क्रिया वाष्पोत्सर्जन कहलाती हैं।
110) मानव शरीर के ऊतकों में ऑक्सीजन का परिसंचरण क्रमशः फेंफडें, रक्त, ऊतक क्रम में होता हैं।
111)एक पुष्प कुछ किस्म के कीटों को नियमित तौर पर आकर्षित करता हैं जिससे पौधे को विकासीय लाभ प्राप्त होता हैं। इसका कारण हैं कि कीटों की कुछ प्रजातियां फूलों को खाती हैं एवं इससे पौधे की अन्य प्रजातियों के पराग प्राप्त होते हैंं।
112) यदि किसी द्विबीजपत्री जड को तिरछी दिशा में काटें तो उसकी आन्तरिक संरचना में बाहर से अन्दर की ओर जो भी भाग पाये जाते हैं, अन्दर की ओर पाये जाने वाले भाग क्रमषः इपिडर्मिस :- कार्टेक्स :- पेरीसाइकिल :- वेस्कुल बण्डल होता हैं।
113) मनुष्य को विटामिन्स की जरूरत क्रमशः विटामिन के :- विटामिन ई :- विटामिन डी :- विटामिन ए आरोही क्रम (बढ़ते हुए क्रम) में होती हैं
114) ऊँट का औसत जीवन काल 30 वर्ष , बिल्ली का औसत जीवन वर्ष 21 वर्ष , गाय का 16 वर्ष , घोडे का 62 वर्ष होता हैं।
115) क्रायोजनिक्स का उपयोग मज्जा कोशिकाओं को संरक्षित रखने में , अत्यन्त कम रक्त बहाये ऑपरेशन में, एवं खाद्य पदार्थ के संरक्षण में किया जा सकता हैं।
116) लैमार्क ने उपार्जित लक्षणों की वंशागति का सिद्धान्त प्रतिपादित किया था ।
117) पौधो को बिना मिट्टी का उपयोग किये एवं बिना जल का उपयोग किये विकसित करने की तकनीक को हाइड्रोपोनिक्स कहते हैं।
118) त्वचा का रंग निर्धारित करने वाला वर्णक मैलेनिन पराबैगनी प्रकाश के लिए अपारदर्शक होता हैं।
119)एकबीजपत्री पौधों की पत्तियां संकरी होती हैं जबकि द्विबीजपत्री पौधो की पत्तियां चौड़ी होती हैंं।
120) जब दो जीव एक साथ रहते हैंं किन्तु इस प्रक्रिया में केवल एक जीव को लाभ होता हैं तो इस स्थिति को परजीविता कहते हैंं।
121) मानव का हदय नाशपाती के आकार का पेशीय अंग हैं। यह उदर गुहा के बायें भाग में स्थित होता हैं। यह दोनों फेफडों के मध्य में स्थित होता हैं। यह एक थैलीनुमा संरचना में बन्द होता हैं जिसे पेरीकार्डियम कहते हैं।
122) अण्डे में काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता हैं। प्रोटीन के साथ:-साथ अण्डे में विटामिन बी12, लोहा एवं फॉस्फोरस भी पाये जाते हैं।
123) इरिथ्रोसाइट्स, फफॅूद एवं वायरस कोशिका सिद्धान्ततः भिन्न होते हैंं।
124) मेंढक वयस्क होने पर ही फेफड़ों द्वारा सांस लेते हैं जबकि सरीसृप जन्म से ही फेंफडों द्वारा सांस लेते हैं।
125) फाइलेरिया कृमि, नहरूआ (गिनी कृमि) , अंकुशकृमि(हुकवर्म) एवं पिनकृमि आदि सभी सूत्र कृमि हैं।
126) मानव शरीर में थायराइड ग्रन्थि की कुसंक्रिया के कारण मिक्सीडीमा होता हैं।
127) रसाकुंचन ग्लूकोज के अणुओं को छोटे अणुओं में विखण्डित कर देती हैं एवं एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट की छोटी मात्रा उत्पन्न करती हैं।
128) अग्नाशय मानव शरीर का दूसरा सबसे बडा ग्रन्थि युक्त अंग हैं एवं यह अन्तःस्रावी एवं बहिस्रावी दोनों प्रकार की ग्रन्थि हैं।
129) लाइसोसोम प्रोटीन संश्लेषण के स्थल हैं एवं इन्हे आत्मघाती थैली के नाम से जाना जाता हैं।
130) इम्नियोसेंटेसिस गर्भाशय के अन्दर बढ रहे बच्चे से रक्त का नमूना लेने की प्रक्रिया हैं एवं यह गर्भधारण के 16 वें सप्ताह में किया जाता हैं। इससे गर्भस्थ शिशु में किसी प्रकार की विकृति का पता चल जाता हैं।
131) यकृतशोथ :- बी (हिपेटाइटिस बी) जो यकृत को प्रभावित करता हैं वास्तव में एक विषाणु (वायरस) होता हैं।
132) वनस्पति जगत में सबसे बडा बीजाण्डा, सबसे बड़े नर व मादा युग्मक व सबसे बडा वृक्ष अनावृत बीजीयों में पाया जाता हैं।
133) सिथलिस, ट्रिपोनिमापैलिडम द्वारा फैलता हैं।
134)किसी पौधे की शीर्षस्थ कलिका को काटने का परिणामस्वरूप पार्श्व शाखाओं की वृद्धि होती हैं।
135) जीर्णता के लिए एब्सिसिक अम्ल हार्मोन उत्तरदायी हैं।
136) फलों को गिरने से एन0ए0ए0 रोकता हैं।
137) एल0एस0डी0 एक विभ्रमक (हेलूसिनोजेनिक) हैं।
138) आमतौर पर बातचीत की दौरान ध्वनि की तीव्रता 40 से 60 डेसिबल होती हैं।
139) पौधे की खेती के लिए मिट्टी की सबसे अनुकूल पी0एच0 6.5 से 7.5 हैं।
140) मच्छरों के लार्वा को चुन चुन के खाने वाली मछली रोहू मछली हैं।
141) चन्द्रमा पर जीवन न होने का कारण ऑक्सीजन की अनुपस्थिति हैं।
142) अब तक खोजे गये जीवाश्मों के अनुसार मावन की उत्पत्ति और विकास का प्रारम्भ अफ्रीका से हुआ हैं।
143) यदि स्तनधारियों की वृक्क नलिका में हेनले लूप होती तो मूत्र अधिक पतला हो जाता।
144) अन्तः प्रद्रव्यी जालिका कोशिका अंगक प्रोटीन के ग्लाइकोसाइलेसन से सम्बन्धित होती हैं।
145)सी0 वी0 फ्रीश ने मधुमक्खियों की भाषा खोजी थी।
146) लाइसोसोम जल अपघटक इन्जाइमों का भण्डार हैं । जलीय अपघटक विकारों के कारण ही इसे आत्मघाती थैली कहते हैंं।
147) पृथ्वी पर प्रथम जीवधारी रसायन प्रपोषित थे।
148) मानव के स्वच्छ मण्डल कार्निया में रक्त का संचरण नहीं होता हैं।
149) जीवधारियों की विविधता का कारण उत्परिवर्तन हैं।
150) लम्बे उपवास के दौरान शरीर द्वारा कार्बन पदार्थ का उपयोग निम्न क्रम में होगा : पहले कार्बोहाइड्रेट :- वसा :- प्रोटीन होता हैं।
यदि आपको ये जीव विज्ञान के प्रश्न Biology questions जीव विज्ञान संबंधित प्रश्न Top gk 2020 part 2 In Hindi आपको कैसा लगा रहा हैं नीचे कमेंट अवश्य करके जाना।
151) किसी जाति की उत्पत्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण जननात्मक पृथक्करण हैं।
152) चावल की खेती में हरी घास की खाद की भाँति इस्तेमाल होने वाली जलीय फर्न अजोला हैं।
153) केले का खाने योग्य भाग मध्यफल, भित्ती तथा अल्पविकसित अन्तःफल भित्ती होता हैं।
154) आजकल जन्तु कोशिका संवर्धन तकनीक का सर्वाधिक उपयोग वैक्सीन निर्माण में होता हैं।
155) मिथाइल आइसोसायनेट, जल से क्रिया कर विषैली गैस बनाता हैं।
156) संसार की सबसे हल्की गर्म और महंगी शहतूश का स्रोत चीरू हैं।
157)गुणसूत्रों पर जीनों का स्थान सुनिश्चित करने की प्रक्रिया आनुवांशिक नक्शा कहलाती हैं।
158)पादप विविधता को संरक्षित करने के लिए जैव मण्डल संरक्षण का उपयोग अधिक प्रभावीशाली होता हैं।
159) खजूर का खाने योग्य भाग फलभित्ति होती हैं।
160)कृत्रिम पेसमेकर के रोपण का केन्द्र साइयनुएट्रियलनोड होगा।
161) मानव प्रदूषित वायु में श्वसन करने पर कार्बनमोनोआक्साइड की अत्यधिक मात्रा श्वास के साथ चली जाती हैं जिससे रूधिर में कार्बोक्सी हीमोग्लोबीन की मात्रा बढ जाती हैं।
162) कुंजीशिला जाति एक ऐसी जाति हैं जो समुदाय के कुल जैव भार का सूक्ष्म भाग हैं परन्तु समुदाय के संगठन एवं उत्तरजीविता को अत्यधिक प्रभावित करती हैं।
163) यूरिकोटेलिज्म पक्षियों, सरीसृपो एवं कीटों में पायी जाती हैं।
164) लिंग गुणसूत्र, अलिंगी गुणसूत्रों एवं माइटोकोन्ड्रिया से प्राप्त डी0एन0ए0 से प्रमाणित होता हैं कि मनुष्य चिम्पेंजी से अन्य होमीनॉइड कपियों की तुलना में अधिक समानता रखता हैं।
165) मासिक चक्र के दौरान महिलाओं में अण्ड निर्माण सामान्यतः क्रम प्रसारी प्रावस्था के अन्त में होती हैं।
166)मनुष्य के वेगस तन्त्रिका में क्षति सामान्यतः जीव्हा की गति को प्रभावित नहीं करेगी ।
168) इलेक्ट्रान स्पिन रेजोनेन्स (ई0एस0आर0) और जीवाश्मीय डी0एन0ए0, जैव विकास के काल निर्धारण की नयी तकनीक हैं।
169) बाहय केन्द्रकीय अनुवांशिकता माइटोकोण्ड्रिया तथा हरितलवक में उपस्थित जीनों का परिणाम हैं।
170)मेढक के लारवा (टेडपोल) में गिल्स में की उपस्थिति इंगित करती हैं कि मेढक गिल्सयुक्त पूर्वजों से विकसित हुआ हैं।
171) ओपेरिन के अनुसार ऑक्सीजन पृथ्वी के आदि वायुमण्डल में उपस्थित नही थी।
172) मानव का घनिष्टतम सम्बन्धी चिम्पैन्जी हैं।
173) कैंसर कोशिकाएँ विकिरणों (रेडिएशन्स) द्वारा सामान्य कोशिकाओं की तुलना में जल्दी नष्ट हो जाती हैं क्योकि इनमें कोशिका विभाजन तीव्र गति से होता हैं।
174) स्तनधारिओं के शरीर का एक विशिष्ट लक्षण डायफ्राम की उपस्थिति हैं।
175) लेटराइट मिटटी में एल्यूमिनियम तत्व पाया जाता हैं।
176) टेरारोजा मिटटी गुलाब सर्वाधिक उपयुक्त होती हैं।
177) चिरनोजेम्स मिटटी संसार की सबसे घनी मिट्टी हैं
178) पेट्रोल में 5 प्रतिशत एल्कोहल मिलाने की अनुमति भारत सरकार द्वारा दी गयी हैं।
179) ऐग्रोबैक्टीरियम ट्यूमिफेशियन्स जीवाणु का पौधे में आनुवांशिक इन्जीनियरिंग में उपयोग किया जाता हैं।
180) कॉपर:-टी का कार्य ब्लास्टोसिस्ट के आरोपण को रोकना हैं।
181) अधिक नमक वाले अचार में जीवाणु मर जाते हैं क्योंकि ये जीव द्रव्यकुंचित हो जाते हैं, और इस तरह मर जाते हैं।
182) वृक्कों द्वारा रूधिर के संगठन के नियन्त्रण को सन्तुलित करने की क्रिया होम्योस्टेसिस कहलाती हैं।
183) पक्षियो में यूरिक अम्ल द्वारा उत्सर्जन शरीर के जल के संरक्षण के लिए सहायक होता हैं।
184) स्तनधारियों में मुख्य उत्सर्जी पदार्थ यूरिया होता हैं।
185) मनुष्य तथा स्तनियों में यूरिया का निर्माण यकृत में होता हैं।
186) अर्धसूत्रण के विभाजन के फलस्वरूप बनी संतति कोशिकाएं मातृकोशिकाओं से भिन्न होती हैं क्योकि अर्धसूत्री विभाजन क्रिया के दौरान जीनविनिमय होता हैं।
187) गुणसूत्र की संरचना में डी0एन0ए0 व प्रोटीन भाग लेते हैं।
188) माइटोकोण्ड्रिया के अन्तःवलन क्रिस्टी कहलाते हैं।
189) केन्द्रिका में क्रमशः प्रोटीन, आर0एन0ए0 व डी0एन0ए0 का अनुपात 85 प्रतिशत , 10 प्रतिशत व 5 प्रतिशत हेता हैं।
190) जन्तु कोशिका में सेल्यूलोज नही पाया जाता हैं।
191)जैव संगठन का सही क्रम, कोशिकाएँ :- ऊतक :- अंग :- अंगतन्त्र :- जीव, हैं।
192) प्रोकैरियोटिक कोशिका, यूकैरियोटिक कोशिका से भिन्न होती हैं क्योंकि माइटोकोण्ड्रिया तथा गॉल्जीकाय अनुपस्थित हैंं एवं केन्द्रक पर आवरण नही होता।
193) इंफ्लुएंजा विषाणु, क्लोरेला एवं यीस्ट प्रोकैरियोटिक नहीं हैंं।
194) मूत्र को रखने पर उसमें से तीखी गन्ध आती हैं।इसका कारण हैं कि यूरिया का जीवाणु द्वारा अमोनिया में बदला जाना ।
195) वृक्कों के अतिरिक्त उत्सर्जन में यकृत भी सहायक होता हैं।
196) वेसोप्रेसिन मूत्र के सान्द्रण से सम्बधित हैं।
197) कोशिका झिल्ली प्रोटीन एवं लिपिड की बनी होती हैं।
198) माइटोकोण्ड्रिया, कोशिका का शक्ति केन्द होता हैं।
199) मूलाग्र की एक कोशिका से 256 कोशिकाएं बनने में 8 बार समसूत्री विभाजन होता हैं।
200) तेल प्रदुषण को समाप्त करने के लिए सुपरबग आनन्द चक्रवर्ती ने तैयार किया हैं।
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