नाभिकीय विखंडन और नाभिकीय संलयन किसे कहते हैं Nuclear fission । Nuclear fusion Hindi

नाभिकीय विखंडन क्या है नाभिकीय विखंडन किसे कहते हे नाभिकीय संलयन किसे कहते है।(Nuclear fission । Nuclear fusion) इसके बारे में   हम इस पोस्ट में जानेंगे और इन दोनों के मुख्य उदाहरण भी हम इस पोस्ट में देखेंगे तो आइए शुरू करते हैं। हिन्दी
नाभिकीय विखंडन और नाभिकीय संलयन किसे कहते हैं।
नाभिकीय विखंडन और नाभिकीय संलयन किसे कहते हैं

 नाभिकीय विखंडन किसे कहते हैं

वह नाभिकीय क्रिया जिसने एक भारी नाभिक या कोई बड़ा नाभिक दो भागों में टूटता है। इस क्रिया को नाभिकीय विखंडन क्रिया कहते हैं। इस दौरान ऊर्जा उत्पन्न होती हे इसे इसे ना नाभिकीय ऊर्जा कहते हैं।
सबसे पहले नाभिकीय विखंडन अमेरिकी वैज्ञानिको के द्वारा दिया गया इन्होंने जब यूरेनियम 235 पर न्यूट्रानो की बमबारी की तो पाया कि यूरेनियम के नाभिक दो खंडो में दो भागों में विभाजित हो गया
श्रंखला अभिक्रिया
जो यूरेनियम पर न्यूट्रानो की बमबारी की जाती है तो यूरेनियम नाभिक विखंडन पर बहुत अधिक ऊर्जा और तीन न्युट्रीनो बनते हैं यह बने हुए न्यूटन यूरेनियम के अन्य नाभिक को बीखंडित करते हैं किस प्रकार यूरेनियम नाभीको के विखंडन की श्रंखला बन जाती है इसे श्रंखला अभिक्रिया कहते हैं।

श्रंखला अभिक्रिया दो प्रकार की होती है
1. अनियंत्रित श्रंखला अभिक्रिया
2.नियंत्रित श्रंखला अभिक्रिया
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नाभिकीय विखंडन क्या है नाभिकीय विखंडन किसे कहते हे

1.अनियंत्रित श्रंखला अभिक्रिया=
इश्किया में तीन नया निकलने वाले न्यूट्रान पर नियंत्रण नहीं रहता जिसके कारण है नाविक के विखंडन की डर 1,3,9,27..... के अनुसार होती है, जिसके परिणाम से उड़ जा अत्यंत तीव्र गति से उत्पन्न होती है तथा बहुत काम समय मैं बहुत अधिक विनाश कर सकती है इस अभी क्या में प्रचंड विनाश प्रचंड विस्पोट हो सकता हे परमाणु बम में यही अभिक्रिया होती है जिसके कारण विस्फोट अधिक होता है
परमाणु बम के बारे में
परमाणु बम को बनाने के लिए यूरेनियम तथा प्लेटिनम का प्रयोग किया जाता है तथा यह नाभिकी विखंडन के सिद्धांत पर कार्य करता है बम का प्रयोग दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान सहित राज्य अमेरिका के द्वारा जापान के विरोध किया गया था 6 अगस्त 1945 एवं 9 अगस्त 1945 को प्रसन्न हिरोशिमा एवं नागासाकी परमाणु बम गिराय गए
2.नियंत्रित श्रंखला अभिक्रिया
यह अभिक्रिया धीरे-धीरे होती है तथा जिसमें प्राप्त उड़जा का उपयोग लाभदायक कार्यों के लिए किया जाता है। परमाणु भट्टी या नाभिकीय रिएक्टर में यह अभिक्रिया अपनी जाती है।
नाभिकीय रिएक्टर से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
रिएक्टर में ही धन का रूप में यूरेनियम 235 या यूरेनियम 239का प्रयोग किया जाता है।
रिएक्टर में मंद के रूप में भारी जल या ग्रेफाइट का प्रयोग किया जाता है मंदक रिएक्टर में न्यूट्रान गति को धीमा करता है।

एक्टर में नियंत्रक चढ़ के रूप में कैडमियम धातु या बोरान छड  का उपयोग किए जाता है।

नाभिकीय संलयन

जब दो से अधिक नाभिक मिलकर एक भारी नाभिक का निर्माण करते हैं। वह अत्यधिक उर्जा मुक्त होती हे तो इस अभिक्रिया को नाभिकीय संलयन अभिक्रिया करते है।
सूर्य एवं तारों से प्राप्त ऊर्जा उठ जा एवं प्रकाश का स्रोत नाभिकीय संलयन से होता है।
धन्यवाद
नाभिकीय विखंडन क्या है नाभिकीय विखंडन के 
दि में को जानकारी दी गई है और यदिआपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों में शेयर करें हमारे अन्य लेख भी पढ़े।