ऊर्जा संरक्षण का नियम (Law of conservation of Energy)
दोस्तो आज का यह लेख ऊर्जा संरक्षण का नियम यानी की Law of conservation of Energy से संबंधित रिलेटेड जानकारी की हिंदी में आपके सामने बहुत ही सरल शब्दों में लिखे आया हूं। यह आपको बहुत ही सरलता से समझ आ सकता है यदि आप इस एक बार ध्यान से पूरा पड़ लेते है। urja sanrakshan ka niyaऊर्जा संरक्षण का नियम |
ऊर्जा के संरक्षण का नियम
यह नियम भौतिकी का एक प्रयोग पर आधारित एक प्रकार का नियम है।ऊर्जा के संरक्षण के नियम के अनुसार "ऊर्जा न तो उत्पन्न की जा सकती है और न हीं नष्ट की जा सकती है। और जो केवल एक रुप से दूसरे रूप में परिवर्तित (बदली) की जा सकती है। जब भी ऊर्जा किसी रूप में लुप्त होती है तब ठीक उतनी ही ऊर्जा किसी अन्य रूपों में प्रकट होती है। अत: विश्व की संपूर्ण ऊर्जा का परिणाम या परिणामी स्थिर है, यह ऊर्जा संरक्षण का नियम कहलाता है।"
उष्मागतिकी का प्रथम नियम को भी वास्तव में ऊर्जा के संरक्षण के नियम का एक परिवर्तित या रूपांतरित रूप है।
यह भी पढ़ें
दोस्तो मैंने पहले इसके सिद्धांत के बारे में मैंने बताया अब में आपको बताता ही ऊर्जा के संरक्षण का नियम को कब और किसने दिया
ऊर्जा संरक्षण का नियम किसने दिया
ऊर्जा संरक्षण का नियम के प्रतिपादन 1841 में जूलियस रॉबर्ट मेयर ने ऊर्जा संरक्षण के लिए सबसे पहले अपना सिद्धांत दिया। और इस नियम के संबंधित जानकारी को विस्तार से बताया, इसलिए जूलियस रॉबर्ट मेयर को ऊर्जा संरक्षण का जनक कहा जाता है। यानी की ऊर्जा संरक्षण का नियम किसने और कब दिया यह आपको अच्छे से पता चल गया होगा।जूलियस रॉबर्ट मेयर ने उष्मागतिकी की खोज की और सबसे पहले अपने ऊष्मागतिकी के प्रथम नियम में यह बताया था।
ऊर्जा रुपांतरित करने वाले कुछ उपकरण नीचे दिए गए हैं
1) डाइनेमो :—यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में
2) मोमबत्ती:— रासायनिक ऊर्जा को प्रकाश एवं उष्मा ऊर्जा में
3) माइक्रोफोन:— ध्वनि ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में
4) लाउडस्पीकर:— विद्युत ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा में
5) सोलर सेल:— सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में
6) ट्यूब लाइट:— विद्युत ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में
7) विद्युत सेल:— रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में
8) विद्युत मोटर:— विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में
9) सितार यांत्रिक:— ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा में
ऊर्जा संरक्षण का नियम (Law of conservation of Energy) का यह लेख या पोस्ट आपको कैसी लगी आप कमेंट करके अवश्य बताए। और अन्य दोस्तो को शेयर करें । ताकि उन्हें भी जानकारी मिल सके।
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.