तरल यांत्रिकी किसे कहते हैं तरल यांत्रिकी के अन्तर्गत कौन-कौन सी इन्जीनियरिंग समस्याओं का अध्ययन किया जाता है
तरलों की विरामावस्था तथा तरलों की गतिज अवस्था में उनके व्यवहार का अध्ययन करने वाली इंजीनियरिंग की शाखा को तरल यांत्रिकी कहते है।
यह जरूर पढ़े तरल यांत्रिकी के प्रकार हमारी पृथ्वी पर दो प्रकार के तरल तरल पदार्थ जल तथा वायु भारी मात्रा में उपलब्ध हैं।
यह जरूर पढ़े तरल यांत्रिकी के प्रकार
वे पदार्थ जिनमें जो बहने की क्षमता के साथ साथ आकार को एक जैसा ना रख पाए तरल है
या
ऐसे पदार्थों को तरल कहते हैं जिनमें बहने की क्षमता हो और जो अपने आकार को निश्चित न रख सकते हों परन्तु जिस परिस्थान में उन्हें रखा जाये उसी को ग्रहण करने में सक्षम हों । तरलों पर थोड़े से कर्तन बल से उनमे लगातार व स्थायी विरूपण उत्पन्न हो जाता है जो कि बल हटाने पर भी बना रहता है।
आदर्श एवं वास्तविक तरल को परिभाषित कीजिए
(1) आदर्श तरल वह है जो अपने प्रवाह में कोई प्रतिरोध उत्पन्न न करे । आदर्श तरल को पूर्ण तरल भी कहते हैं। इसमें अपने घनत्व के अतिरिक्त अन्य कोई गुण जैसे पृष्ठ तनाव तथा श्यानता आदि नहीं होते हैं ।
(2) वास्तविक तरल वह होता है जिसमें घनत्व के अतिरिक्त अन्य गुण पृष्ठ तनाव, श्यानता आदि भी होते हैं। ऐसे तरल अपने प्रवाह के अन्तर्गत कणों के विस्थापन जैसे में कुछ न कुछ प्रतिरोध अवश्य उत्पन्न करते हैं।
यह जरूर पढ़े तरल यांत्रिकी के प्रकार इस पोस्ट में तरल यांत्रिकी से जुड़ी सभी जानकारी हमने बताने की कोशिश की है यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस पोस्ट के नीचे कमेंट अवश्य करें और इसे अपने दोस्तों को भी शेयर करें बताएं।
तरलों की विरामावस्था तथा तरलों की गतिज अवस्था में उनके व्यवहार का अध्ययन करने वाली इंजीनियरिंग की शाखा को तरल यांत्रिकी कहते है।
यह जरूर पढ़े तरल यांत्रिकी के प्रकार हमारी पृथ्वी पर दो प्रकार के तरल तरल पदार्थ जल तथा वायु भारी मात्रा में उपलब्ध हैं।
तरल यांत्रिकी के अन्तर्गत निम्नलिखित इन्जीनियरिंग समस्याओं का अध्ययन किया जाता है।
- (i) स्नेहन (lubrication),
- (ii) वायु-स्थैतिकी (aero-statics),
- (iii) वायु-गतिकी (aero-dynamics),
- (iv) मौसम विज्ञान (mateorology),
- (v) समुद्र विज्ञान (aceanogrophy),
- (vi) बाध (dam) बनाकर पानी एकत्र करना,
- (vii) पम्प या टरबाइन से जल ऊर्जा प्राप्त करना,
- (viii) पाइपों में तरल पदार्थों का प्रवाह इत्यादि
यह जरूर पढ़े तरल यांत्रिकी के प्रकार
तरल किसे कहते हैं ?
वे पदार्थ जिनमें जो बहने की क्षमता के साथ साथ आकार को एक जैसा ना रख पाए तरल है
या
ऐसे पदार्थों को तरल कहते हैं जिनमें बहने की क्षमता हो और जो अपने आकार को निश्चित न रख सकते हों परन्तु जिस परिस्थान में उन्हें रखा जाये उसी को ग्रहण करने में सक्षम हों । तरलों पर थोड़े से कर्तन बल से उनमे लगातार व स्थायी विरूपण उत्पन्न हो जाता है जो कि बल हटाने पर भी बना रहता है।
तरल के प्रकार
- (1) आदर्श तरल
- (2) वास्तविक तरल
आदर्श एवं वास्तविक तरल को परिभाषित कीजिए
(1) आदर्श तरल वह है जो अपने प्रवाह में कोई प्रतिरोध उत्पन्न न करे । आदर्श तरल को पूर्ण तरल भी कहते हैं। इसमें अपने घनत्व के अतिरिक्त अन्य कोई गुण जैसे पृष्ठ तनाव तथा श्यानता आदि नहीं होते हैं ।
(2) वास्तविक तरल वह होता है जिसमें घनत्व के अतिरिक्त अन्य गुण पृष्ठ तनाव, श्यानता आदि भी होते हैं। ऐसे तरल अपने प्रवाह के अन्तर्गत कणों के विस्थापन जैसे में कुछ न कुछ प्रतिरोध अवश्य उत्पन्न करते हैं।
यह जरूर पढ़े तरल यांत्रिकी के प्रकार इस पोस्ट में तरल यांत्रिकी से जुड़ी सभी जानकारी हमने बताने की कोशिश की है यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस पोस्ट के नीचे कमेंट अवश्य करें और इसे अपने दोस्तों को भी शेयर करें बताएं।
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