अम्लीय वर्षा (Acid Rain) किसे कहते हैं | pH मान

अम्लीय वर्षा (Acid Rain) किसे कहते हैं | इस का pH मान 

अम्लीय वर्षा (Acid Rain) किसे कहते हैं | इस का pH मान  | अम्लीय वर्षा का दुष्परिणाम | प्रभाव | नियंत्रण | समाधान क्या है
आज के इस लेख में मैं अम्लीय वर्षा (Acid Rain) क्या हैं इसका pH मान कितना होता है, अम्लीय वर्षा के कारण होने वाले दुष्प्रभाव, दुष्परिणाम व इसके निवारण समाधान के नियंत्रण करना इस बारे में पूरी जानकारी अपको नीचे देने जा रहा हूं। 
दोस्तो अम्लीय वर्षा से संबंधित बहुत बार कई परीक्षा में कुछ प्रश्न पूछ लिए जाते हैं इसलिए आपको इस के बारे में प्रमुख जानकारी होना जरूरी है।

अम्लीय वर्षा (Acid Rain) किसे कहते हैं 

वह वर्षा जो प्राकॄतिक रूप से अम्लीय प्रवृत्ति की होती है। इसका कारण यह है कि पृथ्वी के वायुमंडल में नाइट्रोजन ऑक्साइड और सल्फर डाइआक्साइड वर्षा के जल में मिल जाते है या  क्रिया करके गंधक व नाइट्रिक अम्ल का एक अम्ल बना लेते है और जब यह वर्षा के रूप में पृथ्वी पर गिरती है तो इस वर्षा को अम्लीय वर्षा कहते हैं।

अम्लीय वर्षा वायुमंडल में के रासायनिक तत्व या प्रदूषक मिल गये हों तथा जो पृथ्वी पर एक अम्लीय सांद्रण के रूप में गिरती है। अम्लीय वर्षा हैं।


अम्लवर्षा में अम्ल So2 और No2 दो प्रकार के वायु प्रदूषणों से आते हैं।  


So2 और No2 प्रदूषक प्रारंभिक रुप से कारखानों की चिमनियों, बसों और वाहनों के द्वारा उत्सर्जित होकर वायुमंडल में मिल जाते है।


अम्ल वर्षा में लगभग 70% सल्फर,और 30% नाइट्रोजन के ऑक्साइड होते है। 


अम्लीय वर्षा आज किसी एक देश की समस्या नहीं, अन्तर्राष्ट्रीय समस्या है।


यह अपने श्रोत से सैकड़ों हजारों मील की यात्रा करके यह वहाँ भी अपने कुप्रभाव दिखाती है।

अम्लीय वर्षा का ph मान 5.6 होता है

अम्लीय वर्षा के जल का pH मान कितना होता है

यदि किसी भी पदार्थ या द्रव्य का ph मान 7 ये अधिक है तो वह पदार्थ क्षारीय होता है। और यदि ph मान 7 से कम है तो पदार्थ का ph मान अम्लीय होता है। जैसे कि अम्लीय वर्षा के नाम में ही अम्लीय है तो इसका मान हमेशा अम्लीय ही यानी 7 से कम ही होगा । इसलिए अम्लीय वर्षा का ph मान 5.6 होता है।अर्थात वह वर्षा जिसके जल का ph मान 5.6 से कम हो वह अम्लीय वर्षा की श्रेणी में आती है।


अम्लीय वर्षा के दुष्परिणाम या दुष्प्रभाव निम्न है

  1. इस वर्षा के कारण जलीय प्राणियों की मृत्यृ हो सकती है। जिसका मानव तथा जलीय जीवन पर विपरीत प्रभाव पड़ता है
  2. मृदा की उर्वरता शक्ति कम हो जाती है।और कृषि उत्पादकता भी कम हो जाती है 
  3. वर्षा जल में अम्ल की उपस्थिति के कारण क्षरण की क्रिया भवन, लकड़ी, स्टील और सीमेण्ट पत्थर के निर्माणों को क्षति पहुँचाती है।
  4. मनुष्यो के अंदर त्वचीय कैंसर जैसी बीमार का जन्म होना ।
  5. खेंतो के पेड़ पौधों की वृद्धि में पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
  6. पश्चिम यूरोप और जर्मनी में कई जंगलों का नष्ट होने का मुख्य कारण अम्लवर्षा ही है।
  7. अम्लीय वर्ष से स्टाइल जिंक ऑईल बेस्ट पेंट्स और ऑटोमोबाइल कोटिंग्स आदि क्षरण होने लगता है।
  8. इस वर्षा के पानी में तांबा और सीसा जैसे घातक तत्व पानी में घुल जाते है।
  9. मार्बल लाइमस्टोन सैंडस्टोन आदि से निर्मित बिल्डिंग का नष्ट या क्षरण होना।

अम्लीय वर्षा की समस्या का नियंत्रण व समाधान 

इस समस्या का समाधान एक ही प्रकार से संभव है। इसके लिये घातक वायु और पदार्थ के स्त्रोत जहाँ से ये प्रदूषक उत्पन्न हो रहे है, उनकों वहीं पर नियंत्रित करना। 

अम्लीय वर्षा से निपटने के उपाय नियंत्रण

  1. कृषि भूमि एवं जलासयो को पिरिओड़िकली लाइम्ड करना चाहिए, जिसके कारण अम्लीय वर्षा के दौरान अम्लीयता उदासीन हो सके।
  2. अम्लीय वर्षा तथा अन्य पर्यावरणीय प्रदूषण के प्रति आम जनता हो को जागरूक रहना बहुत जरूरी है।
  3. वायु मंडल में सल्फर डाईऑक्साइड गैस की मात्रा को कम करने के लिए ऐसे ईंधनों का उपयोग करना चाहिए जिनमें सल्फर की मात्रा कम हो या अनुपस्थित रहे। 
  4.  कोल बर्निंग के दौरान उत्सर्जित, SO₂ को कम करने के लिए स्करबर्स का उपयोग करना बेहतर होगा।

हा तो दोस्तो आज का यह लेख अम्लीय वर्षा (Acid Rain) किसे कहते हैं इसका pH मान  अम्लीय वर्षा का दुष्परिणाम, प्रभाव, नियंत्रण और समाधान के बारे में ,यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया नीचे कमेंट अवश्य करें और हम बताए साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।


No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.